|

July 11, 2017

Announcement: 27 August, 2017 - Say No To Hatred - 100+ protests, events, actions across Delhi #Notinmyname



The protest galvanised by the #Notinmyname camapign has now spread to 26 cities and towns across India. The silence has been broken, and at least some Indian citizens are saying NO to hatred and violence in the name of religion and caste. However, the lynching and assault on Muslims, Dalits, Adivasis and other minorities have not stopped. Prime Minister Modi spoke up briefly but there has been no follow up action. Just in the last 3 days Delhi alone has seen two targeted attacks on Muslims.

All of us who stood up in the #Notinmyname campaign are even more certain that we will not remain silent. We will protect the constitution and the rights it promises to all Indians. The #Notinmyname campaign calls all citizens to stand together until certain basic minimum guarantees of peace and security are available to all citizens.

As a follow up we now propose to observe 27 August 2017 as a day to categorically Say No to Hatred! Although we hope that people all across the country will join in, the group in Delhi has decided to initiate a campaign of 100+ events, protests, and actions across the city. These will be spread out across residential areas, on the streets and important intersections, everywhere where people want to join in and say - Nafrat Ke Khilaf, Dilli Ki Avaaz - Say No to Hatred!.

Come join us. Be a part of the 100+ events, protests, and actions being planned in Delhi. If you want to organise an event in your neighbourhood or volunteer for the campaign, please write to us at - contactnotinmyname@gmail.com

This is a citizens campaign against hatred and violence. Everyone is welcome to join, but as before, without party and organisational banners and logos.

Follow the campaign - Not In My Name On Facebook

#Notinmyname अभियान देश के छब्बीस शहरों तक पहुँच गया है | खामोशी का माहौल टूट चुका है | भारत के अनेक नागरिकों ने एकजुट होक धर्म और जाति के नाम पर फ़ैलाई जा रही नफ़रत और हिंसा को नकारा है | पर अफ़सोस कि मुसलमानों, दलितों, आदिवासियों और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमले अभी तक भी जारी हैं | प्रधान मंत्री जी बोले लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्यवाही देखने को नहीं मिली | पिछले तीन दिनों में दिल्ली शहर में दो हमले मुसलमानों को लक्ष्य बनाते हुए किए गये |

हम सब जो #Notinmyname अभियान से जुड़े हैं अब और भी दृढ़संकल्प हैं कि अब हम खामोश नहीं रह सकते | हम संविधान की रक्षा करेंगे जिसमे सभी भारतीय नागरिकों के अधिकार को सुरक्षित किया गया है और वही दस्तावेज़ अब ख़तरे में है | #Notinmyname अभियान सभी नागरिकों से आग्रह करता है कि हम एकजुट होकर खड़े रहें जब तक कि हर नागरिक को अमन और सुरक्षा का आश्वासन नहीं हो जाता | इसी दिशा में आगे बढ़ने के लिए हमारा यह प्रस्ताव है के 27 अगस्त 2017 के दिन हम एक आवाज़ में कहें के हमें नफ़रत और हिंसा मंज़ूर नही ! इस आशा के साथ कि देश भर से नागरिक हमारे साथ जुड़ेंगे, हमने तय किया है कि दिल्ली में 27 अगस्त के अभियान के अंतर्गत हम 100+ प्रदर्शन, जलसे और अन्य कार्यक्रम शहर भर में आयोजित करेंगे | यह कार्यक्रम दिल्ली के रिहायशी इलाक़ों, सड़कों, मेट्रो स्टेशन और शहर के चौराहों पर आयोजित होगा, हर उस जगह जहाँ लोग हमारे साथ यह बोलने के लिए तैयार हों कि - अब और नही ! नफ़रत के खिलाफ, दिल्ली की आवाज़ !!

आइए, इस अभियान के साथ जुड़ें
| और 100+ प्रदर्शन और अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लें | अगर आप ख़ुद अपने पड़ोस में कार्यक्रम आयोजित करना चाहते हैं या सहभागी बनना चाहते हैं तो हमें contactnotinmyname@gmail.com पर लिखें।

यह आम नागरिकों का अभियान है, नफ़रत और हिंसा के ख़िलाफ़। इस में सभी आमंत्रित हैं, लेकिन पहले की तरह, बिना दल या संगठन के झंडे या चिन्ह के ।
#हमारेनामपेनही   #नफ़रतकेखिलाफ100   #नफ़रतकेखिलाफदिल्लीकीआवाज़100  #हमारेनामपेनही  #नफ़रतकेखिलाफ100  #नफ़रतकेखिलाफदिल्लीकीआवाज़100