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January 29, 2016

India: Rihai Manch press note english & hindi Rihai Manch condemned the captivity of researcher Anil Yadav in RSS office Muzaffarnagar

Rihai Manch press note english & hindi Rihai Manch condemned the captivity of researcher Anil Yadav in RSS office Muzaffarnagar

rihai up Fri, Jan 29, 2016 at 9:14 PM
Rihai Manch : For Resistance Against Repression
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Rihai Manch condemned the captivity of researcher Anil Yadav in RSS office Muzaffarnagar
The incident with Anil Yadav shows how risky it is to be secular
The govt. should make the security of Anil Yadav is guaranteed – Rihai Manch
Action be taken against Ramvir Singh and Asutosh Anubhav, the culprit goons of RSS
Those who questioned ‘intolerance’ should ask Anil Yadav who had to endure only because he had contact numbers of Muslims.
Manch alleged Muzaffarnagar RSS office to be the centre of terrorist activities.
Riahi Manch alleged that Deepak Tyagi alias Swami ji of Hindu Swabhiman outfit is an ex member of SP youth wing and that is why the govt. is nourishing the terrorist outfit.
The govt. should see Swabhiman Sena, the Hindu terrorist outfit is banned immediately.

Lucknow, January, 20: Rihai Manch deemed the incident of captivity of the scholar Anil Yadav, who is carrying out a research work on Muzaffarnagar communal violence, by goons of RSS in its office there as a violent example of hiding its nefarious activities. Demanding the guarantee of the research scholar Anil Yadav’s safety Manch called upon the state govt. to take stern action against Neeraj Shama, Ramvir Singh, Asutosh and Anubhav Sharma the culprits attached to RSS. Manch alleged that Muzaffarnagar office of RSS is a centre of terrorist activities.

Rihai Manch spokesman Rajeev Yadav said “Project Research Associate of Giri Vikas Sansthan Anil Yadav had gone to communal violence hit Muzaffarnagar for his research work on 27th January. He was taken captive there by RSS goons and kept hostage there in its Ansari Road office from 8pm to 10pm where they kept investigating him and threatened to kill him for being ISI agent. They snatched his mobile and asked if the dialed numbers belonged to terrorists.”

“You have so many numbers of Mullahs. Even after showing his identity card they continued to oppress and abuse him calling ISI and ISIS agent. After hours of atrocities they returned his mobile. Neeraj Sharma, Ramvir Singh, Asutosh, Anubhav Sharma and two others were responsible for the incident” Rihai Manch spokesman said.

The captivity of Project Research Associate Anil Yadav is an attack of RSS on research works of the academic world” Mohd. Shoeb, president of Rihai Manch, said.

Martyrdom of Rohit Vemula, Dabholkar, Pansare or dismissal of Magsaysay award winner Sandeep Pandey from BHU and expulsion of students from BBAU for raising slogans “Modi go back” and now captivity of Anil Yadav cannot suppress the rising questions” he said.

“Those claiming that there is no intolerance in the country should ask Anil Yadav what he had to endure for keeping the contact numbers of Muslims and it compels us to think what it means to be a Muslim” Mohd. Shoeb said.

Rihai Manch president asked “The way people from Hindu Swabhiman Organization are imparting training of handling firearms to innocents as old as eight years and spreading hatred against Muslims in western UP is a threat to internal security of the country and asked why are Intelligence and Security agencies as well as the govt. silent over it.”

“The chief of the outfit Nasihanand is making the western UP a laboratory of civil war between Hindus and Muslims. UP govt. is silent over it because Deepak Tyagi alias Swamiji had been a member of SP youth wing” he said

He said that in same way Sangit Som, accused of Muzaffarnagar communal violence, had contested election on SP ticket. Mulayam Singh says that he felt sorry to have ordered to fire over Babari Masjid but he should also feel sorry over his own silence on the matter of making the innocent children “terrorists” by Hindutva organizations. The way Hindu Swabhiman Organization general secretary and state level wrestler Anil Yadav says if wrestlers trained in fundamentalism are set free to roam on roads it may cause wide spread disturbances. Therefore it’s time for the Hindu society to decide whether they are standing by Anil who was oppressed for his secular credentials or with the other Anil who is making children terrorists in the name of Hindu pride.

“The attacks on the people of academic world clearly indicate how much fear RSS has for reasonable thoughts. These attacks are nefarious designs to destroy the secular credential of the country and it will not be tolerated” Mohd Shoeb said.

मुजफ्फरनगर संघ कार्यालय में रिर्सचर अनिल यादव को बंधक बनाने की रिहाई मंच ने की कड़ी निंदा
अनिल यादव के साथ हुई घटना बताती है कि धर्मनिरपेक्ष होना कितना खतरनाक हो गया है
रिसर्चर अनिल यादव की सुरक्षा की गारंटी करे सरकार- रिहाई मंच
दोषी संघ के गुण्डों नीरज शर्मा, रामवीर सिंह, आशुतोष, अनुभव शर्मा पर हो कार्यवाई
जो कहते हैं देश में असहिष्णुता नहीं है उन्हें अनिल यादव से पूछना चाहिए की मुसलमान का नंबर रखने भर से जो उनके साथ किया गया उससे उनपर क्या गुजरी
मंच ने मुजफ्फरनगर आरएसएस कार्यालय को आतंकी कारवाईयों का सेंटर बताया
रिहाई मंच का आरोप हिंदू स्वाभिमान संगठन के स्वामीजी उर्फ दीपक त्यागी सपा के यूथ विंग के रह चुके हैं सदस्य इसलिए आतंकी संगठन को पाल रही है सरकार
आतंकी संगठन हिंदू स्वाभिमान संगठन को तत्काल प्रतिबंधित करे सरकार

लखनऊ 29 जनवरी 2016। रिहाई मंच ने संघ के गुण्ड़ों द्वारा मुजफ्फरनगर सांप्रदायिक हिंसा पर शोध कर रहे छात्र अनिल यादव को जबरन संघ कार्यालय में बंधक बनाने की घटना को संघ द्वारा अपने घिनौने कृत्यों को छुपाने का एक और हिंसक उदाहरण बताया। मंच ने शोधार्थी अनिल यादव की सुरक्षा की गारंटी की मांग करते हुए इस पूरी घटना में संघ से जुड़े नीरज शर्मा, रामवीर सिंह, आशुतोष और अनुभव शर्मा समेत अन्य लोगों पर कार्यवाई की मांग की। मंच ने मुजफ्फरनगर आरएसएस कार्यालय को आतंकी कारवाईयों का सेंटर बताया।

रिहाई मंच प्रवक्ता राजीव यादव ने बताया कि गिरि विकास संस्थान लखनऊ के पोजेक्ट रिसर्च एसोसिएट अनिल यादव जो की मुजफ्फरनगर सांप्रदायिक हिंसा पर शोध के लिए मुजफ्फरनगर गए थे को 27 जनवरी को रात 8 बजे से 10 बजे तक मुजफ्फरनगर अंसारी रोड स्थित आरएसएस कार्यालय में बंधक बनाकर रखा गया। जहां आपराधिक तरीके से आरएसएस के लोग 3 घंटे तक अनिल को अपने कार्यालय मे बंदकर पूछताछ करते रहे और आईएसआई का एजेंट बोलकर जान से मारने की धमकी देते रहे। उन्होंने बताया कि अनिल के बार-बार बताने के बावजूद की मैं रिसर्चर हूं के बाद भी लाठी डंडे दिखाकर जान से माने की धमकी देते रहे। इस दौरान अनिल का फोन भी ले लिया और उसमें डायल नंबरों के बारे में यह पूछा गया कि किस आतंकवादी का नंबर है। इतने मुल्लाओं का नंबर तुम्हारे पर कैसे है। परिचय पत्र दिखाने के बाद भी मुसलमान कहकर प्रताडि़त करते रहे और आईएसआई, आईएसआईएस का एजेंट कहकर गांलियां देते रहे। घंटों प्रताड़ना के बाद मोबाइल वापस किया। मंच के प्रवक्ता ने बताया कि इस पूरी घटना में संघ से जुड़े नीरज शर्मा, रामवीर सिंह, आशुतोष और अनुभव शर्मा समेत दो और लोग शामिल थे।

रिहाई मंच के अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब ने गिरि विकास संस्थान लखनऊ के पोजेक्ट रिसर्च एसोसिएट अनिल यादव को बंधक बनाने की घटना को अकादमिक जगत के शोधों पर आरएसएस का हमला बताया। उन्होंने कहा कि रोहित वेमुला, दाभोलकर, पंसारे को मार देने या फिर मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित संदीप पाण्डेय को बीएचयू से और मोदी गो बैक का नारा लगाने वालों को बीबीएयू से निकालने और अब अनिल यादव को बंधक बनाने से सवालों को नहीं दबाया जा सकता। जो लोग कहते हैं कि देश में असहिष्णुता नहीं है उन्हें अनिल यादव से पूछना चाहिए की मुसलमान का नंबर रखने भर से जो उनके साथ किया गया उससे उनपर क्या गुजरी। जो यह सोचने पर विवस करता है कि मुसलमान होना कितना गुनाह हो गया है।

रिहाई मंच के अध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह से देश की राजधानी के करीब गाजियाबाद के डासना में पिछले दिनों पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हिंदू स्वाभिमान संगठन के लोग मुसलमानों के खिलाफ भड़काकर पिस्तौल, राइफल, बंदूक जैसे हथियार चलाने का प्रशिक्षण आठ-आठ साल के हिंदू बच्चों को दे रहे हैं उस पर खुफिया-सुरक्षा एजेंसियां और सरकार क्यों चुप है। आखिर इस संगठन के प्रमुख नसिहांनंद मुसलमानों और हिंदुओ की बीच युद्ध में पश्चिम उत्तर प्रदेश को आतंक की एक प्रयोगशाला बना रहे हैं उनके खिलाफ सपा सरकार सिर्फ इसलिए चुप है कि स्वामीजी उर्फ दीपक त्यागी कभी सपा के यूथ विंग के प्रमुख सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने कहा की ठीक इसी प्रकार मुजफ्फरनगर साप्रदायिक हिंसा के दोषी संगीत सोम सपा से चुनाव तक लड़ चुके हैं। मुलायम सिंह को जो यह अफसोस हो रहा है कि उन्होंने बाबरी मस्जिद के सवाल पर गोली चलवा दी उन्हें और उन जैसे नेताओं को इस बात पर भी अफसोस होना चाहिए कि उन जैसे लोगों की छद्म धर्म निरपेक्षता के चलते हिंदुत्वादी संगठन कैसे छोटे-छोटे बच्चों को आतंकवादी बना रहे हैं और वह चुप हैं। जिस तरह से आतंकी हिंदू स्वाभिमान संगठन के महासचिव राज्य स्तरीय पहलवान अनिल यादव कहते हैं कि पहलवानों को योजनाबद्ध तरीके से कट्रपंथ की शिक्षा के जरिए तैयार कर सड़कों पर खुला छोड़ दिया जाए तो बड़ा हंगामा कर सकते हैं। ऐसे में यह हिंदू समाज के लिए भी सोचने का वक्त है कि एक अनिल यादव जो अपने धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की वजह से प्रताडि़त होता है उसके साथ उसे खड़ा होना है या फिर वो जो इनके बच्चों को हिंदू स्वाभिमान के नाम पर आतंकी बना रहे हैं उनके साथ।

मुहम्मद शुऐब ने कहा कि अकादमी जगत के लोगों पर हो रहे हमले यह साफ करते है कि संघ तार्किक विचारों से कितना डरता है। उन्होंने कहा कि यह हमला देश के लोकतांत्रिक ढांचे को तहस-नहस करने का है इसे कत्तई बर्दास्त नहीं किया जाएगा।

द्वारा जारी-
शाहनवाज आलम
(प्रवक्ता, रिहाई मंच)
09415254919
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