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May 22, 2013

India: Rihai Manch in Lucknow starts indefinite dharna at Vidhan Sabha demanding arrest of police officers involved in Khalid Mujahid's murder. Candle light protest at GPO

Text of statement in Hindi



RIHAI MANCH
(Forum for the Release of Innocent Muslims imprisoned in the name of Terrorism)
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खालिद के हत्यारे पुलिस अधिकारियों की गिरफ्तारी के लिए रिहाई मंच ने
लखनऊ विधानसभा पर षुरु किया अनिष्चित कालीन धरना
सपा के मुस्लिम विधायकों और मंत्रियों का होगा घेराव- रिहाई मंच
रिहाई आंदोलन के वकीलों पर फैजाबाद में हुआ हमला सरकार की साजिष
जीपीओ हजरतगंज पर कैंडिल लाइट प्रोटेस्ट कर मौलाना खालिद के हत्यारों को
सजा देने की मांग की गई और मौलाना खालिद को श्रद्धांजलि दी गई
लखनऊ 22 मई 2013/ मौलाना खालिद मुजाहिद की हत्या में नामजद वरिश्ठ पुलिस
अधिकारियों को टर्मिनेट व गिरफ्तारी, निमेश कमीषन की रिपोर्ट तत्काल जारी
करने, आतंकवाद के नाम कैद बेगुनाह मुस्लिम नौजवानों को तत्काल रिहा करने,
फैजाबाद में रिहाई आंदोलन से जुडे़ वकीलों के हमलावरों को तत्काल
गिरफ्तार करने को लेकर रिहाई मंच ने आज अनिष्चित कालीन धरना लखनऊ
विधानसभा के सामने षुरु कर दिया।

धरने में वक्ताओं ने कहा कि खालिद मुजाहिद की हत्या में आरोपी बनाए गए
पुलिस अधिकारी विक्रम सिंह, बृजलाल, अमिताभ यष, मनोज कुमार झा, एस आनंद,
चिरंजीव नाथ सिन्हा इत्यादि को अब तक गिरफ्तार न करना सरकार की मुस्लिम
विरोधी नियत को उजागर कर देता है।

वक्ताओं ने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री अखिलेष यादव कहते हैं कि खालिद की
मौत बीमारी से हुई है वहीं पोस्ट मार्टम रिपोर्ट बताती है कि डाक्टर
खालिद की मौत के किसी निश्कर्श पर नहीं पहुंच पा रहे हैं कि उसकी मौत
कैसे हुई, इससे अखिलेष का झूठ उजागर हो जाता है। लेकिन मुख्यमंत्री को
समझ लेना चाहिए कि प्रदेष की जनता को अब और बेवकूफ बनाना मुष्किल है और
प्रदेष सरकार की उल्टी गिनती अब षुरु हो गई है। धरने में तय किया गया कि
खालिद मुजाहिद की हत्या के बाद भी खामोष रहने वाले सपा के मुस्लिम
विधायकों और सरकार के मुस्लिम मंत्रियों के घरों का घेराव किया जाएगा और
साथ ही जो सपा समर्थक कथित उलेमा इस आंदोलन को कमजोर करने के लिए सत्ता
की तरफ से गुमराह करने की कोषिष करेंगे उनकी खैर नहीं। क्योंकि यह आंदोलन
तय करेगा कि हमारा षहीद मौलाना खालिद मुजाहिद बेकसूर था और पुलिस,
एसटीएफ-एटीएस, आईबी और आतंकियों में गठजोड़ है।

फैजाबाद में रिहाई आंदोलन से जुड़े वकीलों पर हमले को सरकार द्वारा
आंदोलन को कमजोर करने के लिए कराया गया हमला करार देते हुए वक्ताओं ने
कहा कि यह महज एत्तेफाक नहीं है कि फैजाबाद का प्रषासनिक अमला इस हमले का
मूक दर्षक बना रहा और एफआईआर दर्ज करने में आना-कानी करता रहा क्योंकि
फैजाबाद के मौजूदा एसपी मनोज कुमार झा स्वंय खालिद की हत्या में नामजद
किए गए हैं। जिन्होंने एसटीएफ में एडीषनल एसपी रहते हुए खालिद के पास से
हथियार बरामद करने का दावा किया था। जिसे निमेश कमीषन ने फर्जी करार देते
हुए खालिद को गलत तरीके से फसाने वाले एसटीएफ अधिकारियों के खिलाफ कड़ी
कार्यवाई की सिफारिष की है। वक्ताओं ने कहा कि अगर सपा सरकार में थोड़ी
भी षर्म बची हो तो वह फैजाबाद के एसपी को तत्काल निलंबित कर दे। सोषलिस्ट
पार्टी ने अपने उपाध्यक्ष मो0 षुएब की सुरक्षा की मांग की।

धरने को रिहाई मंच के अध्यक्ष मो0 शुएब, इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय
अध्यक्ष मो0 सुलेमान, रिहाई मंच के महासचिव पूर्व पुलिस महानिरिक्षक एसआर
दारापुरी, मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता संदीप
पाण्डे, अवामी काउंसिल के असद हयात, एपवा की ताहिरा हसन, वरिष्ठ पत्रकार
अजय सिंह, आईपीएफ नेता और इलाहाबाद विश्वविधालय के अध्यक्ष लाल बहादुर
सिंह, सोशलिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री ओमकार सिंह, सोशलिस्ट फ्रंट
नेता मो0 आफाक, एसआईओ के प्रदेश अध्यक्ष साकिब आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष
सुनील मौर्या, सुधांशु बाजपेयी, पीस पार्टी के मसूद रियाज, अखलाख, फरहान
वारसी, हाजी सैयद फहीम सिदीकी, मुस्लिम संघर्ष मोर्चा के आफताब अहमद खान,
सैयद मोईद अहमद, जैद फारुकी, प्रबुद्ध, तारिक शफीक, स्मार्ट पार्टी के
शहजादे मंसूर अहमद, शिब्ली बेग, इशहाक, गोपल कष्यप, सलीम, मुमताज, केके
श्रीवास्तव, हरे राम मिश्रा, सादिक, मो0 समी, खालिद, वसीम, शान,, शाहनवाज
आलम, राजीव यादव।

द्वारा जारी-
शाहनवाज आलम, राजीव यादव
09415254919, 09452800752
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Office - 110/60, Harinath Banerjee Street, Naya Gaaon East, Laatoosh
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